तीन दिन में आएगी जांच रिपोर्ट, स्थानीय रिपोर्ट नॉर्मल
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
शिप्रा नदी त्रिवेणी घाट के समीप स्टॉपडेम के आसपास 28 फरवरी से 8 मार्च के बीच पानी में हुए विस्फोट की खबरें सामने आने के बाद भोपाल से भू-वैज्ञानिकों की टीम आज सुबह उज्जैन पहुंची है। जीएसआई टीम को मामले में संदेह नजर आ रहा है। बावजूद इसके पानी के सेम्पल लिए गए हैं जिसकी जांच भोपाल की अत्याधुनिक लेब में की जाएगी। स्थानीय रिपोर्ट नॉर्मल आने की बात सामने आई है।

त्रिवेणी शनि मंदिर के समीप बनाए गए नए घाट और स्टॉपडेम के आसपास नदी में विस्फोट होने के साथ आग निकलने और धुआं फैलने के वीडियो रविवार को सामने आए थे। जिसके बाद कलेक्टर, एसपी और पीएचई के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया था कि 28 फरवरी से शिप्रा नदी में विस्फोट हो रहा है। भूगर्भीय हलचल के बाद नदी के पानी से आग निकल रही है और धुआं फैल रहा है। उन्होंने कुछ वीडियो भी बनाए हैं जिसे देखने के बाद कलेक्टर ने स्थानीय पीएचई विभाग को जांच के निर्देश जारी कर भोपाल भू-वैज्ञानिक टीम से संपर्क किया। आज सुबह भोपाल से भू-वैज्ञानिकों की टीम त्रिवेणी स्थित घाट पर पहुंची। जहां उन्होंने सबसे पहले विस्फोट स्थल के आसपास मुआयना किया। ग्रामीणों और सरपंच से चर्चा करने के बाद बनाए गए वीडियो का अवलोकन किया। जिसमें घटनाक्रम संदेहास्पद होना नजर आया। लेकिन जिस तरह से मामला 28 फरवरी से 8 मार्च के बीच तीन बार होना सामने आया उसे देखते हुए अपनी जांच शुरू की है। वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक अरुण कुमार ने चर्चा के दौरान बताया कि फिलहाल जो वीडियो देखा गया है उसमें विस्फोट पानी की बजाय घाट पर होता नजर आ रहा है। विस्फोट के बाद पानी में हलचल दिखाई नहीं दे रही है। जांच के दौरान पानी में कुछ तैलीय पदार्थ मिला है। संभवत: समीप ही शनि मंदिर होने की वजह से उक्त तैलीय पदार्थ के अंश हो सकते हैं। विस्फोट जैसी संभावना प्रतीत नहीं हो रही है। लेकिन शिप्रा नदी के पानी और गाद का सेम्पल लिया गया है जिसकी जांच भोपाल स्थित अत्याधुनिक लैब में की जाएगी। दो से तीन दिन में रिपोर्ट सामने आने के बाद स्पष्ट होगा कि शिप्रा में हो रहा विस्फोट सही है या इसके पीछे कुछ और वजह है।
स्थानीय जांच सामान्य
पीएचई विभाग ने घटनाक्रम सामने आने के बाद शिप्रा नदी में हो रहे विस्फोट की जांच के लिए पानी का सेम्पल लिया था जो सामान्य पाया गया है। पीएचई विभाग के ईई अतुल तिवारी ने जांच के लिए भेजे गए सेम्पल में कोई केमिकल या विस्फोटक पदार्थ होना नहीं पाया है। उक्त जांच रिपोर्ट को भी भोपाल से आए वैज्ञानिक अपने साथ ले गए हैं। वैज्ञानिकों का कहना था कि पूर्व में भी कुछ इस तरह के घटनाक्रम सामने आने के बाद उन्होंने जांच की थी। खंडवा में हुए घटनाक्रम के दौरान मौसम का प्रभाव होना सामने आया था। लेकिन शिप्रा में किस तरह का विस्फोट हो रहा है यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा।