दो ने गले में डाला फंदा, एक मालगाड़ी के सामने कूदा
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
बुधवार गुरुवार 20 घंटे के दौरान तीन युवकों ने सुसाइड नोट लिखने के बाद आत्महत्या कर ली। तीनों कर्ज बेरोजगारी से परेशान थे। तीन थानों की पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद जांच शुरू की है। विदित हो कि पिछले वर्ष लॉक डाउन लगने के बाद शहर में आत्महत्या किए जाने के मामलों का ग्राफ काफी बढ़ गया है। अधिकांश मामले बेरोजगारी और रोजगार प्रभावित होने के साथ कर्ज से परेशान होने के सामने आ रहे हैं।
मामला-1
मालगाड़ी के सामने कूदा
आत्महत्या का पहला मामला बुधवार दोपहर 2 बजे के लगभग लाल पुल रेलवे ट्रैक पर सामने आया। 22 वर्षीय आयुष पिता अरुण देशमुख निवासी राजेंद्र नगर ने मालगाड़ी के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। जीआरपी ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम कराया है। बताया जा रहा है कि आयुष इंटरनेशिया कंपनी में काम करता था और कंपनी के कर्ताधर्ताओं के झांसे में आकर हजारों रुपए लगा चुका था। पुलिस को उसके पास से सुसाइड नोट मिला है जिसमें आत्महत्या करने के साथ किसी के जिम्मेदार नहीं होने की बात लिखी गई है।
मामला-2
दुपट्टे से लगाई फांसी
बुधवार शाम 6 बजे के लगभग इंदिरानगर में रहने वाले जय पिता शंकरलाल श्रीवास्तव 28 वर्ष द्वारा फांसी लगाने का मामला सामने आया। चिमनगंज थाना पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू की है। बताया जा रहा है कि मृतक स्टील फेक्ट्री में काम करता था और फेक्ट्री बंद होने से बेरोजगार हो गया था। उसके पास से भी सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिसमें बच्ची का ध्यान रखने के साथ सॉरी लिखा गया है। वहीं पत्नी का जन्मदिन नहीं मना पाने की बात लिखी है। मृतक ने पे्रम विवाह किया था। पत्नी प्रायवेट जॉब करती है।
मामला-3
पेट्रोल टेंकर पर लटका मिला
तीसरा मामला आज सुबह तराना थाना क्षेत्र में हुआ है। गर्ग पेट्रोलियम सनकोटा पर काम करने वाले नंदकिशोर पिता बिहारीलाल राठौर निवासी दशहरा मैदान बेरछा रोड शाजापुर ने पंप के समीप खड़े पेट्रोल टेंकर के पीछे तौलिये का फंदा बनाकर फांसी लगा ली थी। सुबह उसका शव लटका देख लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव बरामद कर जांच शुरू की तो मृतक के पास सुसाइड नोट मिला जिसमें कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात लिखी है।