ट्रेनों का सफर कर शहर पहुंचने वाले यात्रियों की मुसीबत, सामान के साथ पैदल चलकर पहुंचे गंतव्य तक
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
कोरोना पॉजिटिव मरीजों की बढ़ती संख्या ने धार्मिक नगरी को 32 घंटे लॉकडाउन की आगोश में पहुंचा दिया है। जरूरी सेवाएं जारी है, लेकिन मुख्य मार्गों पर पूरी तरह से सन्नाटा दिखाई दे रहा है।
शहर में पिछले चार-पांच दिनों से कोरोना संक्रमित की संख्या 50 से अधिक सामने आ रही है। जिले का आंकड़ा 80 से 85 तक पहुंच चुका है। कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप देखते हुए प्रदेश सरकार के साथ जिला प्रशासन ने धार्मिक नगरी में 32 घंटे लॉक डाउन का निर्णय लिया है। शनिवार रात 10:00 बजे से सोमवार सुबह 6:00 बजे तक शहर लॉक डाउन की आगोश में पहुंच चुका है। आज सुबह शहर के मुख्य मार्गों पर पूरी तरह से सन्नाटा था। जगह जगह बैरिकेड लगाए गए थे। आने जाने वालों से पूछताछ की जा रही थी। अधिकांश मार्ग सुनसान दिखाई दे रहे थे। शहर की रफ्तार पूरी तरह से थमी थी। गली मोहल्लों में जरूर चहल कदमी दिखाई दे रही थी। पुलिस की गाड़ी का सायरन सुनकर लोग घरों में पहुंच रहे थे। सुबह के समय 6:00 बजे से 10:00 बजे तक दूध की दुकानों को खुला रखा गया था जिसके चलते सुबह के समय दूध लेने वालों की आवाजाही दिखाई दी। उसके बाद पुलिस ने अपने अपने क्षेत्र की दूध डेरी और दुकानों को बंद करा दिया था। मेडिकल स्टोर्स खुले हुए थे जहां पहुंचने वालों से पुलिस रातों में रोककर पूछताछ कर रही थी। अधिकांश लोगों ने लॉकडाउन के निर्णय का पालन करते हुए घरों में ही दिनभर बिताने का फैसला ले लिया था। दोपहर में गली मोहल्ले भी भारत और इंग्लैंड के बीच वनडे क्रिकेट सीरीज का तीसरा और फाइनल मुकाबला होने पर सन्नाटे की आगोश में चले गए थे। शहर में पुलिस को भी कोविड-19 गाइडलाइन का लोगों से पालन कराने की मशक्कत नहीं करना पड़ी।

ऑटो चालकों ने दिखाई मनमानी
धार्मिक नगरी में लगाए गए 32 घंटे के लॉकडाउन के दौरान ऑटो चालकों ने जमकर अपनी मनमानी दिखाई। धार्मिक नगरी से गुजरने वाली ट्रेनों का सफर जारी है सुबह कई ट्रेनें पहुंची थी जिसमें उज्जैन पहुंचने वाले यात्री भी शामिल थे। स्टेशन परिसर से बाहर निकलने पर यात्रियों को आवागमन के साधन नहीं मिल पाए। रेलवे स्टेशन से ऑटो का सफर जारी था जिसका फायदा चालकों ने मनमानी कर उठाना शुरू कर दिया। यात्रियों से 1- 2 किलोमीटर गंतव्य तक के लिए 100 तक मांगे जा रहे थे। रेलवे स्टेशन से भेरूगढ़ जाने तक के लिए ऑटो चालकों ने 1000 तक की मांग कर दी थी। स्टेशन परिसर में बने प्रीपेड बूथ से ऑटो चालकों पर नियंत्रण नहीं होने की वजह से इनकी लूट जारी थी। मीडिया कर्मियों को बाहर से आने वाले यात्री के साथ हो रही लूट की खबर मिली तो वह रेलवे स्टेशन पहुंचे और पुलिस अधीक्षक सहित वरिष्ठ अधिकारियों को ऑटो चालकों की मनमानी की जानकारी दी गई। पुलिस अधीक्षक ने पाइंट जारी कर निर्देश जारी किए गए की रास्ते से गुजरने वाले ऑटो को रोककर यात्रियों से किराए संबंधित जानकारी ली जाए। जो भी ऑटो चालक अधिक किराया वसूल करेगा उसका लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।

कुछ निकले बेवजह सड़कों पर
आज सुबह लॉकडाउन के बीच कुछ युवक बेवजह घरों से बाइक पर सवार होकर निकल गए थे। इस दौरान उन्हें पुलिसकर्मियों ने रोका तो बहानेबाजी करने लगे। पुलिस का सख्त रवैया देख उन्हें उल्टे पैर लौटना पड़ा। कुछ युवक अपने साथ दवाइयों के पुराने पर्चे लेकर घूम रहे थे। पकड़े जाने पर उन्हें पुलिस की फटकार का सामना करना पड़ा। कुछ अस्पताल जाने का बहाना बना रहे थे तो कुछ का कहना था कि जरूरी काम है लेकिन काम की वजह नहीं बता पा रहे थे। पुलिस मुख्य चौराहों के साथ शहरभर में सायरन बजाकर भ्रमण भी कर रही थी। नाकों पर चेकिंग जारी थी। पुलिस ने गली-मोहल्लों में पहुंचकर भी लाठियां फटकारी और लोगों से घरों में रहने की बात कही है। पुलिस एक बार फिर योद्धा की तर्ज पर मैदान में दिख रही थी।
रात में बदले नजर आए हालात
जिला प्रशासन ने शनिवार रात 10 बजे लॉकडाउन लगाए जाने के आदेश जारी किए थे। उससे पहले शहर के हालात बदले नजर आए। एकाएक शहर में सामान खरीदने वालों की भीड़ बढ़ गई। सोमवार को धुलेंडी का पर्व होने के चलते लोग पूजन सामग्री खरीदने के लिए भी बाजार में दिखाई देने लगे थे। पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें नजर आने लगी। लॉकडाउन के चलते रविवार पेट्रोल पंप बंद हैं वहीं सोमवार को धुलेंडी पर्व होने के चलते भी पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। जिसके चलते रात 11 बजे तक लोग पेट्रोल पंपों तक पहुंचते रहे। पुलिस ने भी लॉकडाउन लगने के एक-डेढ़ घंटे तक घरों को लौट रहे लोगों को राहत दे रखी थी। रात 12 बजे बाद सख्ती शुरू कर दी थी। इससे पहले शराब दुकानों पर भी बड़ा मजमा दिखाई दिया। कई जगह पुलिस को सख्ती दिखाकर दुकानें बंद कराने की मशक्कत करना पड़ी। इस दौरान शराब खरीदने पहुंचे लोगों को भी पुलिस ने जमकर फटकार लगाई। देर शाम बाजार में उमड़ी भीड़ की वजह से कोविड-19 गाइड लाइन का पालन होता दिखाई नहीं दिया। दुकानों के सामने बने गोल घेरे भी भीड़ में दब चुके थे। ं