माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन

कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता अब साफ नजर आने लगी है। अस्पतालों में पलंग की कमी के चलते मरीजों को जमीन पर बैठा कर ऑक्सीजन लगाई जा रही है। लगातार बढ़ती मरीजों की संख्या के चलते ऑक्सीजन की कमी का संकट भी सामने आ रहा है।
अप्रैल माह के कुछ दिनों में ही कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या दो हजार के लगभग पहुंच चुकी है। प्रतिदिन 250 से 300 के बीच संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं। हालात यह हो चुके हैं कि अब अस्पतालों में जगह नहीं बची है। पलंगों की संख्या तो पहले ही कम पडऩे लगी थी लेकिन अब हालात और बिगड़े हुए नजर आ रहे हैं। माधव नगर कोविड-19 में पहुंचने वाले मरीजों को जमीन पर परिजनों को लेकर बैठना पड़ रहा है और ऑक्सीजन लगवाना पड़ रही है। यहां जांच कराने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। हर मरीज को ऑक्सीजन की आवश्यकता महसूस हो रही है जिसके चलते ऑक्सीजन की कमी का संकट भी खड़ा होता नजर आ रहा है। जिला प्रशासन द्वारा ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के दावे किए जा रहे हैं। इस बीच मंगलवार को आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी का मामला सामने आया था और अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मच गया था। प्रशासनिक अधिकारियों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर ऑक्सीजन उपलब्ध कराया था। अस्पताल प्रबंधन ने भी ऑक्सीजन की कमी होना कबूल किया था।
इंजेक्शन की कमी बनी है परेशानी
कोरोना संक्रमित मरीजों को लगने वाले इंजेक्शन रेमडेसीविर की कमी भी परेशानी का सबब बनी हुई है। जिन मेडिकल को इंजेक्शन के लिए चिन्हित किया गया है वहां मेडिकल खुलने से पहले ही लोगों की कतार नजर आ रही है। प्रशासन इंजेक्शन की कमी को भी पूरा करने का दावा कर रहा है लेकिन जिस तरह से मेडिकल के बाहर लोगों की कतार और उन्हें इंजेक्शन नहीं मिल पाने के नजारे दिखाई दे रहे हैं वह भी चिंता का विषय बना हुआ है।

श्मशान में ठंडी नहीं हो रही चिता
बताया यह भी जा रहा है कि चक्रतीर्थ और त्रिवेणी श्मशान घाट पर पिछले कुछ दिनों से चिताय ठंडी नहीं हो पा रही है। प्रतिदिन 2 दर्जन से अधिक लोगों के शव चक्रतीर्थ पर लाए जा रहे हैं। जिसमें से कई कोरोना पॉजिटिव होना बताया जा रहा है। अधिकांश लोगों की मौत बीमारी के चलते ही होना सामने आ रहा है।