माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
नगर निगम फायर ब्रिगेड कार्यालय से कोरोना संक्रमित शवों को अस्पतालों से चक्रतीर्थ तक पहुंचाने के लिए शव वाहन की व्यवस्था की गई है। वाहन पर चलने वाले कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बढ़ती जा रही है। शवों को चक्रतीर्थ पहुंचाने के बाद वह अपनी किट को नष्ट नहीं कर रहे हैं उसे बोरों में भरकर रखा जा रहा है।
फायर ब्रिगेड कार्यालय से 24 घंटे शव वाहन संचालित किया जा रहा है। अस्पतालों में होने वाली कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के साथ संदिग्धों की मृत्यु के बाद शव वाहन पर चलने वाले कर्मचारी किट पहनकर उन्हें चक्रतीर्थ तक पहुंचा रहे हैं। कर्मचारियों द्वारा शवों को वाहन में रखा और उतारा जाता है। अस्पताल से लेकर चक्रतीर्थ तक कर्मचारी शव के संपर्क में ही बने रहते हैं। वापस लौटने के बाद कर्मचारी अपनी किट को बदल लेते हैं जिसे तत्काल ही नष्ट किया जाना होता है लेकिन कर्मचारी लापरवाही दिखा रहे हैं चक्रतीर्थ से लौटने के बाद किट को बोरों में भरकर रखा जा रहा है यह बोरे फायर विकेट कार्यालय के सामने फुटपाथ पर खुले में रखे जा रहे हैं। आज सुबह ऐसे ही भरे 3 बोरे दिखाई दे रहे थे। सूत्रों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के चलते लागू कर्फ्यू में छूट के दौरान कई लोग यहां से गुजरते हैं जिन्हें इन किट से खतरा बना हुआ है। कचरा बीनने वाले बच्चे भी इनकी किट कई बार टटोल से देखे जा सकते हैं।
नगर निगम के कर्मचारियों की लापरवाही बड़ा रूप धारण कर सकती है। विदित हो कि कुछ दिन पहले शव वाहन पर अस्थाई रूप से पदस्थ शव उठाने वाला एक कर्मचारी शराब पीकर फायर ब्रिगेड कार्यालय के सामने फुटपाथ पर लुढ़क गया था जिसे उसके साथी ने उठाया था और किट फाड़कर होश में लाने के प्रयास किए थे।