पिछले वर्ष लॉकडाउन में भी किया था आत्महत्या का प्रयास
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
लॉकडाउन के दौरान आर्थिक तनाव से बढ़ता देख वृद्ध ने रात को छत पर बने टीन शेड के एंगल पर रस्सी बांधकर गले में मौत का फंदा डाल दिया। पिछले वर्ष लॉकडाउन के दौरान भी वृद्ध ने आत्महत्या का प्रयास किया था।
चिमनगंज थाने की सहायक उपनिरीक्षक अशोक गुप्ता ने बताया कि आज सुबह मोहन नगर में रहने वाले दिलीप पिता शिवनारायण जयसवाल 50 वर्ष को परिजनों ने नींद से जागने के बाद बिस्तर पर नहीं पाया तो उनकी तलाश शुरू की गई। बेटा हर छत पर उन्हें देखने पहुंचा दो टीन शेड के एंगल पर पिता को रस्सी के फंदे से लटका पाया। बेटे का शोर सुनकर परिवार के सदस्य छत पर पहुंचे और बदहवास हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और शव फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचा है। इस दौरान पुत्र हर्ष ने बताया कि पिता ने पिछले वर्ष भी लॉकडाउन के दौरान आत्महत्या का प्रयास किया था लेकिन परिजनों ने उन्हें बचा लिया था। घर पर अगरबत्ती का कारखाना संचालित किया जाता है। कारखाना बंद होने की वजह से पिता आर्थिक स्थिति को देख तनाव महसूस करने लगे थे। उन्हें हमेशा समझा कर तनाव से बाहर निकालने का प्रयास किया जाता था। रात में परिवार के साथ बैठकर खाना खाया था और नीचे ही हॉल में सो गए थे। सहायक उप निरीक्षक के अनुसार घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है मामले में मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंपा गया है।
…इधर पुलिस के आने पर गले में डाला फंदा
गले में मौत का फंदा डालने का दूसरा मामला महाकाल थाना क्षेत्र के बडऩगर रोड स्थित मुल्लापुरा से होना सामने आया है। यहां रहने वाला अनिल पिता मनोहर दास बैरागी 24 वर्ष ड्राइवरी का काम करता था। नवरात्रि समाप्त होने के बाद शक्रवार को वह शराब पीकर घर पहुंच गया मां राजूबाई ने उसे नशे में देखकर फटकार लगाई तो अनिल ने घर में रखा सामान तोडऩा शुरू कर दिया। मां ने पुलिस बुलाने के लिए डायल हंड्रेड पर कॉल किया। पुलिस के आने की जानकारी लगते ही अनिल कमरे में चला गया और दरवाजा बंद कर फंदा गले में डाल लिया। परिजनों ने दरवाजा तोड़कर उसे फंदे से उतारा। सांसे चल रही थी यह देख उपचार के लिए निजी अस्पताल ले जाया गया जहां कुछ घंटे चले उपचार के बाद शाम 6.30 बजे अनिल की मौत हो गई। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर आज सुबह पोस्टमार्टम कराया है।