पंचायत व स्वास्थ्य विभाग ने करवाया अंतिम संस्कार
आजाद अग्निहोत्री/सरदारपुर। सरदारपुर तहसील के राजोद रानीखेड़ी में निवासरत सेवानिवृत शिक्षक एमआर शर्मा जो कि अपनी पत्नी के साथ रह रहे थे जो कि कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। ग्राम पंचायत की जानकारी में आने के बाद उन्हें सचिव द्वारा समझाइस दी गई कि आप हॉस्पिटल जाए और अपना चेकअप करवा कर व्यवस्थित इलाज करवाएं किंतु उक्त शिक्षक ने बात नहीं मानी, बाउजूद ग्राम पंचायत द्वारा उनकी नित्य मॉनिटरिंग की जा रही थी। मंगलवार को अचानक घर में ही उनकी मौत हो गई। ग्राम सचिव को जानकारी लगते ही उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दे कर मामले से अवगत करवाया। तहसीलदार ने स्थानीय मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ ओपी परमार को खबर करी गई। इस दौरान मृतक की तीनों बेटियों व एक बेटा जो कि अन्यंत्र निवासरत हैं को भी खबर की गई किंतु उन्होंने आने से इनकार कर दिया। अंतत: स्वास्थ्य विभाग से राजोद मेडिकल ऑफिसर डॉ ओपी परमार, सुनील सिंदल व किसोर सिंदल व ग्राम पंचायत के सचिव भारत सोलंकी ने कोरोना प्रोटोकॉल के तहत पीपीई किट पहन कर शव को प्लास्टिक में पैक कर वाहन नहीं होने पर ट्रेक्टर ट्राली की व्यवस्था कर उन्हें राजोद श्मशान लाये व जगदीश शर्मा एवं समाज के एक दो युवाओं के सहयोग से उनकी अंत्येष्टि की गई। यहां गौर करने वाली बात यह है कि यदि उक्त शिक्षक समय पर अपनी जांच करवा चिकित्सक से इलाज लेते तो शायद वे आज जीवित होते किंतु उन्होंने भय की वजह से इलाज नहीं करवाया और इस दुनिया से रुखसत होना पड़ा। दूसरी ओर मृतक का भरा पूरा परिवार होते हुए भी अंत समय में कोई हाथ लगाने तो दूर कोई देखने भी नहीं आया। उपरोक्त मामले से यह सिख ली जा सकती है कि बीमारी को छुपाए नहीं, किसी भी प्रकार की कोई बीमारी का आभास हो तो बिना डरे शीघ्र अपनी जांच करवा उचित इलाज लेने से अपनी जिंदगी बचाई जा सकती है।