उज्जैन। भाई की शादी में शामिल होने आए नाबालिग ने बुधवार दोपहर कमरे का दरवाजा बंद कर फांसी लगा ली। बहन ने खिड़की से उसका शव फंदे पर लटका देखा। पुलिस नाबालिक द्वारा उठाए गए कदम के पीछे रहेे कारण की तलाश कर रही है। परिजन भी कुछ कहने की स्थिति में नहीं है।
उन्हेल टीआई दौलतराम जोगावत ने बताया कि ग्राम पालसलोद में रहने वाला अनिल पिता सुखराम बरगुंडा (17) अपने भाई की शादी में शामिल होने के लिए 8 दिन पूर्व ही गांव आया था। वह अपने अन्य भाइयों और रिश्तेदारों के साथ उदयपुर में ईंट भट्टे पर काम करता था। 23 अप्रैल को शादी हो चुकी थी। लेकिन लॉकडाउन लगा होने की वजह से उसे गुजरात लौटने का कोई साधन नहीं मिल पाने की वजह से वह गांव में ही रुका हुआ था। बुधवार दोपहर बहन लक्ष्मी को कपड़े धोता देख उसने पानी भर कर दिया और अपने कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर तेज आवाज में टेप रिकॉर्डर बजाना शुरू कर दिया था। कुछ देर बाद बहन उसे आवाज कम करने का बोलने के लिए कमरे तक पहुंची तो दरवाजा बंद पाकर खिड़की से देखा अनिल फंदे पर लटका हुआ था।
मामले की सूचना परिजनों को दी ग्रामीणों ने दरवाजा तोड़कर शव फंदे से उतारा। पुलिस के अनुसार मामले में मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया गया है। फिलहाल नाबालिक द्वारा उठाए गए आत्मघाती कदम का कारण सामने नहीं आ पाया है परिजन भी कुछ बोलने की स्थिति में नही है। मामले की जांच की जा रही है परिजनों के साथ ग्रामीणों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे।