12 किलोमीटर की रफ्तार से चली हवा ने कम की दिन की तपन
उज्जैन। पिछले दो दिनों से लगातार अधिकतम तापमान बढ़ता दिखाई दे रहा था। इस बीच शनिवार से शहर को बादलों ने घेर लिया। 12 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चली। दिन का तापमान 3 डिग्री गिर गया। इस बीच रात के तापमान में उछाल दर्ज किया गया जो 25.5 डिग्री पहुंच चुका था।
मौसम में पिछले 15 दिनों से उतार-चढ़ाव बना हुआ है। दो दिन से अधिकतम तापमान 42 डिग्री के करीब दर्ज किया जा रहा था। न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि बनी हुई थी। लेकिन शनिवार को अचानक मौसम में बदलाव नजर आया। बादलों ने शहर को पूरी तरह से घेर लिया था। सूर्यदेव की लुकाछिपी बादलों के बीच होती नजर आ रही थी। गर्मी से लोग राहत महसूस कर रहे थे। 12 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी। शाम ढलते-ढलते अधिकतम तापमान में 3 डिग्री से अधिक की गिरावट आ गई और जीवाजी राव वेधशाला पर अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री दर्ज किया गया जो 30 अप्रैल को 42.8 डिग्री के बीच पहुंच गया था। अधिकतम तापमान में गिरावट के साथ न्यूनतम तापमान में उछाल आया है। आज सुबह जीवाजी राव वेधशाला के अनुसार न्यूनतम तापमान 25.5 डिग्री दर्ज किया गया है। देर रात तक 12 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही हवा सुबह 4 किमी प्रतिघंटे की हो गई थी। मौसम विभाग की मानें तो एक-दो दिन में आसमान से बादलों का डेरा पूरी तरह से साफ हो जाएगा और एक बार फिर सूर्य की तपन महसूस की जाएगी। मई माह का प्रथम सप्ताह बीतने के बाद तापमान संभवत: 44 से 45 डिग्री के लगभग पहुंच सकता है। इस बीच हल्की बारिश भी हो सकती है। न्यूनतम तापमान में भी उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
स्वास्थ्य पर पड़ रहा मौसम का असर
मौसम में हो रहे बदलाव से लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता दिखाई दे रहा है। तापमान बढऩे से जहां लोगों में बेचैनी बढ़ रही है और बुजुर्ग घबराहट से परेशानी महसूस कर रहे हैं वहीं तापमान कम होने से स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। डॉक्टरों की मानें तो ऐसे मौसम में लोगों को अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। क्योंकि इस समय कोरोना जैसी महामारी भी बढ़ रही है। स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ते ही लोगों को अपने संबंधित डॉक्टर से सलाह लेकर उचित उपचार कराना चाहिए।