बागपत। बागपत जनपद के चांदीनगर थाना क्षेत्र के सिंगौली तगा गांव में दम घुटने से चार बच्चो की मौत हो गयी। जबकि एक की हालत खराब है। गाड़ी में अंदर बंद हो जाने के कारण यह हादसा हुआ है। परिजनों की मांग पर पुलिस ने बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम कराने की कवायद शुरू कर दी है।
सिंगौली तगा गांव में गांव के बाहर खडी गाड़ी में बच्चे छुपा-छुपाई खेल रहे थे। मकान मालिक घर पर नहीं थे। इसी दौरान पांचों बच्चे गाड़ी के अंदर फंस गये। गाड़ी लॉक हो जाने के कारण चारों बच्चों की गाड़ी में ही मौत हो गयी जबकि मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने गाड़ी का शीशा तोड़कर एक बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया और उपचार कराया। इस हादसे में आठ वर्षीय नियति पुत्री संदीप, चार वर्षीय वंदना पुत्री संदीप, व चार वर्षीय अक्षय पुत्र विकास, सात वर्षीय कृष्णा पुत्र विकास की मौत हो गयी। मौके पर पहुंचे सीओ मंगल सिंह रावत का कहना है कि पांच बच्चे खेल रहे थे गाड़ी में फंस जाने के कारण यह हादसा हुआ है। परिजनों की मांग पर आगे की वैधानिक कारवाई की जा रही है। परिजनों का कहना है कि बच्चे घर से बाहर खेल रहे थे। जब काफी समय तक वे घर नहीं पहुंचे तो उनकी तलाश की गयी। गाडी के पास जब गांव निवासी अनिल अपना ट्रेक्टर लेकर पहुंचा तो उसने गाडी में बच्चो को फंसा देखा और गाडी का शीशा तोडकर बच्चों को बाहर निकाला ओर परिजनों को सूचना दी। चार बच्चों की मौत से गांव में भीड तो दिखाई दी लेकिन गम का सन्नाटा पसरा रहा। मृतक बच्चों के परिजनों ने गाडी मालिक पर लापरवाई का आरोप लगाया है। सीओ मंगलसिंह रावत ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है। गांव वालों का कहना है कि गाडी मालिक ने गाडी को लॉक नहीं किया था। अगर गाडी लॉक होती तो यह हादसा नहीं होता। गाडी की एक खिडकी खुली थी जिससे बच्चे अंदर चले गये और दरवाजा बंद कर लिया। गाडी का दरवाजा बंद होते ही गाडी अंदर से लॉक हो गयी। धूप में खडी गाडी के अंदर गैस बन गयी जिसके कारण चारों बच्चों की मौत हो गयी। चार बच्चों की मौत की घटना पर जिलाधिकारी राजकमल यादव ने गहरा दु:ख व्यक्त किया है और परिजनों को सात्वंना दी है। जिलाधिकारी ने कहा हैं हादसा दर्दनाक है, हमारी छोटी सी लापरवाई कभी-कभी बडी खतरनाक हो जाती है।