
इंदौर-उज्जैन के बीच बसों के सफर की हुई शुरुआत, पहले दिन कम रही यात्रियों की संख्या
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
पांच माह बाद आज से बसों का सफर शुरू हो गया। चालकों ने पूजा-पाठ की। क्लीनर, यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग कर हाथ सैनिटाइज करा रहे थे। पहले दिन यात्रियों की संख्या कम रही। कोरोना संक्रमण के चलते 23 मार्च से बसों का सफर थमा हुआ था।
कोरोना संक्रमण को लेकर आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह से प्रभावित बनी हुई है। मार्च माह से मई माह तक लॉकडाउन के चलते सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था। 1 जून से अनलॉक-1 प्रक्रिया शुरू कर आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने के प्रयास किए गए। जुलाई माह में बसों का सफर शुरू करने के आदेश कोविड-19 गाइडलाइन के तहत जारी किए गए। बस ऑपरेटरों ने प्रदेश सरकार के सामने 3 माह का टैक्स माफ करने की मांग रखी थी लेकिन सरकार तैयार नहीं हुई। बस ऑपरेटरों ने सफर की शुरुआत नहीं की। मामला उलझ गया। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने टैक्स माफी की घोषणा कर दी। उसके बाद आज रविवार सुबह से इंदौर उज्जैन के बीच चलने वाली निजी यात्री बसों का संचालन शुरू कर दिया गया। नानाखेड़ा बस स्टैंड पर पहुंचे बस ऑपरेटरों और चालकों ने सफर शुरू करने से पहले बसों की पूजा अर्चना की और 5 माह से एक जगह खड़ी बसों को सड़क मार्ग तक लाया गया। बस में सफर करने वाले यात्रियों की क्लीनर थर्मल स्क्रीनिंग कर रहे थे उनके हाथों को सेनीटाइज कराया जा रहा था। बिना मास्क सफर की अनुमति नहीं दी गई थी।

सफर करने वाले संख्या रही कम
आज सुबह इंदौर उज्जैन के बीच शुरू हुए बस सफर के दौरान यात्रियों की संख्या काफी कम दिखाई दी। रविवार का अवकाश होने पर यात्रियों की संख्या कम रही। बसों में पूरी क्षमता के साथ यात्रियों को बैठाने की बात कही जा रही है लेकिन आज पहले दिन बसों में गिनती के यात्री ही दिखाई दे रहे थे। इंदौर उज्जैन के बीच किराया बढ़ाए जाने की बात भी सामने आई है लेकिन आज पूर्व के मान से ही किराया लिया जाना बताया जा रहा है।
बस स्टैंड के आसपास रौनक
5 माह से सुने पड़े नानाखेड़ा और देवासगेट बस स्टैंड के आसपास भी रौनक का माहौल दिखाई दे रहा था। बस स्टैंड के अंदर और बाहर व्यवसाय करने वाले दुकानदारों के चेहरे खिले हुए दिखाई दे रहे थे। पांच माह से दुकानदार भी अपने चौपट हो रहे व्यवसाय को लेकर काफी चिंतित है। धार्मिक नगरी में सफर की शुरुआत होने और यात्रियों का आवागमन बना होने की वजह से ही बस स्टैंड के आसपास बनी दुकानदारों का व्यवसाय बना हुआ है।