भर्ती मरीजों में से भी आज 50 प्रतिशत मरीजों की हो सकती है छुट्टी
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
अप्रैल-मई माह में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने की जगह नहीं मिल पा रही थी। प्रशासन और पुलिस ने संक्रमण की चेन तोडऩे के लिए दिन रात मशक्कत की। नतीजा पूरा जिला अब अनलॉक में खुल चुका है। अस्पताल में आधे से ज्यादा पलंग खाली हो चुके हैं।
कोरोना संक्रमण से पीडि़त मरीजों का उपचार शहर के हर अस्पताल में हो रहा था। प्रशासन स्तर पर माधव नगर और चरक भवन के साथ पीटीएस ने कोविड-19 बनाए गए थे। अप्रैल-मई माह में यहां मरीजों को भर्ती करने की जगह नहीं बची थी, वहीं निजी अस्पतालों में भी संक्रमित मरीजों को पलंग नहीं मिल पा रहे थे। आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में भी ऐसे ही हालात बने हुए थे। लेकिन प्रशासन और पुलिस की मेहनत का परिणाम अब सामने हैं और लग रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में ही कोरोना की जंग को पूरी तरह जीत लिया जाएगा जिसमें शहर वासियों के सहयोग और सावधानी की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। अब तक के जो परिणाम सामने हैं उसमें माधव नगर अस्पताल के 204 पलंगों में से 114 पूरी तरह से खाली हो चुके हैं। 90 मरीज यहां भर्ती हैं जिसमें से 80 की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है, जिन्हें जल्द अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। माधव नगर अस्पताल प्रभारी डॉ विक्रम रघुवंशी के अनुसार 90 मरीजों में से 32 का उपचार 34 पलंग के आईसीयू में चल रहा है। जिनकी स्थिति भी आप पूरी तरह से सामान्य नजर आने लगी है। ऐसी स्थिति चरक भवन में भी नजर आ रही है सात मंजिला भवन की दो मंजिलों पर संक्रमित मरीजों को भर्ती किया जा रहा था जहां पिछले 1 सप्ताह से मरीज नहीं पहुंचे। चरक भवन भी पूरी तरह से खाली नजर आ रहा है। पीटीएस सेंटर में भी मरीज भर्ती नहीं है। शहर में निजी अस्पतालों के साथ कई स्थानों पर कोविड-19 आए गए थे जहां अब गिनती के मरीज रहेगा। जिले के अस्पतालों में 148 मरीज उपचार के लिए भर्ती हैं जिसमें से 70 प्रतिशत स्वस्थ नजर आ रहे हैं।
कल 10 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव
जून माह के प्रथम दिन से ही संक्रमित मरीजों का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है। रविवार को जिले के 10 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसमें शहर के 5 मरीज और 10 जिलों की तहसीलों में शामिल नागदा खाचरोद के दो-दो और महिदपुर का एक मरीज शामिल था। जिला अस्पताल की फ्लू ओपीडी में अब मरीज अपनी जांच कराने के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। मार्च 2020 से मई 2021 तक कोरोना से स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 170 लोगों की मौत हुई है।